दुश्मन का नाश करने के उपाय 5/5 (1)

दुश्मन का नाश करने के उपाय
दुश्मन का नाश करने के उपाय

दुश्मन का नाश करने के उपाय

आज के समय में सभी लोग सफलता पाने के लिए एक दूसरे से आगे निकलना चाहते हैं, पर कभी-कभी सफलता पाने की चाहत में हमारे कुछ ऐसे दुश्मन बन जाते हैं जो हमें नुकसान पहुंचाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं. अगर आप भी अपने दुश्मन से परेशान हैं या आपका दुश्मन आपको परेशान कर रहा है तो आज हम आपको कुछ ऐसे टोटके बताने जा रहे हैं जिनके इस्तेमाल से आप अपने दुश्मन का नाश कर सकते हैं.

दुश्मन का नाश करने के उपाय
दुश्मन का नाश करने के उपाय

1- अपने दुश्मन का नाश करने के लिए अमावस्या के दिन चार  कील ले लें. अब रात में 10:00 बजे के बाद दक्षिण दिशा की ओर लकड़ी की चौकी पर काल भैरव की तस्वीर स्थापित करें. अब काले आसन पर बैठकर काल भैरव की तस्वीर के आगे सरसों के तेल में चार बत्तियों वाला दिया जलाएं. इसके बाद चारों कीलों पर मौली का धागा बांधकर काल भैरव के सामने रखें और अपने दुश्मन का नाश होने की कामना करें. अब हवन कुंड में काली सरसों की आहुति देकर नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें.

ॐ हूँ हूँ फट स्वाहा

108 बार इस मंत्र का जाप करने के बाद काल भैरव को प्रणाम करके अपनी विधि की सफलता के लिए प्रार्थना करें. इस बात का ध्यान रखें कि इस उपाय को करते समय कोई भी व्यक्ति आपको ना देख पाए. अगले दिन इन कीलों को अपने शत्रु के घर में लगा दें और बचे हुए सामान को किसी बहती हुई नदी में बहा दें. अब अपने पूरे घर को गंगाजल छिड़क कर पवित्र करें. ऐसा करने से आपके दुश्मन का नाश हो जाएगा अगर.

2- अगर आपका दुश्मन आपको बहुत परेशान कर रहा है तो उसका नाश करने के लिए काली उड़द की दाल के 38 दाने लेले. अब इसमें चावल के 40 दाने मिलाकर जमीन में दबा दें और इसके ऊपर एक नींबू निचोड़े.  नींबू निचोड़ते वक्त लगातार अपने दुश्मन का नाम लेते रहे. ऐसा करने से आपके दुश्मन का नाश हो जाएगा.

3- अगर आप अपने दुश्मन का नाश करना चाहते हैं  तो शौचालय में बैठकर पानी से उस व्यक्ति का नाम लिखें और बाहर निकलते समय पानी से लिखे दुश्मन के नाम पर अपने बाएं पैर से तीन बार ठोकर मारे और बाहर निकल जाये. ऐसा करने से आपका दुश्मन आपका पीछा छोड़ देगा.

4- अपने शत्रु पर विजय पाने के लिए हनुमान जी की पूजा करें. नियमित रूप से स्नान करने के बाद बजरंग बाण का पाठ करें. रोजाना हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाएं और शत्रु से मुक्ति पाने के लिए प्रार्थना करें. नियमित रूप से देसी घी में कपूर और 5 लौंग डालकर हनुमान जी के सामने जलाएं और मंदिर से बाहर निकलते समय कपूर और लौंग की भस्म से अपने माथे पर तिलक लगाएं. ऐसा करने से आपका दुश्मन परास्त हो जाएगा.

5- अपने शत्रु पर विजय पाने के लिए भोजपत्र के एक टुकड़े  पर लाल चंदन से अपने शत्रु का नाम लिखें. अब इस भोजपत्र के टुकड़े को शहद की डिब्बी में डूबा कर रख दें और इसे अपने घर में ऐसी जगह पर छुपा दें जहां कोई देख ना सके. ऐसा करने से शत्रु आपका पीछा छोड़ देगा.

6- अगर कोई व्यक्ति अकारण ही आपसे दुश्मनी निकाल रहा है तो शनिवार या मंगलवार की रात में एक मोर पंख ले ले. अब हनुमान जी की मूर्ति से सिंदूर लेकर मोर पंख के द्वारा सफेद कागज पर अपने शत्रु का नाम लिखें. अब इस कागज को मोड़कर पूजा स्थल पर  रख दे. दूसरे  दिन प्रातः काल उठकर स्नान करने के बाद कागज़ और मोर पंख को बहते हुए पानी में प्रवाहित करें. ऐसा करने से शत्रु का नाश हो जायेगा.

7- अगर आप अपने शत्रु का नाश करना चाहते हैं तो सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने के बाद किसी एकांत जगह पर श्रद्धा और विश्वास के साथ नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें.

ॐ नरसिंघाय विद्महे वज्र नखाय धी महि तन्नो नरसिंह प्रचोदयात

नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से आपके शत्रु का नाश हो जाएगा.

8- शत्रु का नाश करने के लिए अमावस्या या रविवार की रात को दक्षिण दिशा की ओर आसन बिछा कर बैठे. अब अपने सामने एक काले रंग का कपड़ा बिछाये. अब इस कपड़े पर मां काली की मूर्ति या तस्वीर रखकर उनकी विधिवत पूजा करें. अब एक निंबू पर सिंदूर के द्वारा अपने दुश्मन का नाम लिखें. अब रुद्राक्ष की माला से नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें.

ॐ क्लीन सर्वबाधा प्रशमंत्रिलोकस्याखिलेश्वरी एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरी विनाशं क्लीन नमः

11 माला इस मंत्र का जाप करें और साथ ही हर माला के खत्म होने पर उड़द की दाल का एक दाना निंबू के ऊपर रखें. जाप खत्म होने पर नींबू को मिट्टी के बर्तन में डाल दें. इसके बाद जिस कपड़े पर मां काली की मूर्ति की स्थापना की है उस कपड़े से मिट्टी के बर्तन का मुंह बांधकर किसी बहती हुई नदी में प्रवाहित कर दें और पीछे मुड़कर ना देखें. ऐसा करने से आपके शत्रु का नाश हो जाएगा.

9- अगर आपका दुश्मन आपको लंबे समय से परेशान कर रहा है तो सुबह सूर्योदय से पहले एक नींबू को चार हिस्सों में काटे. अब नींबू को हाथ में लेकर अपने इष्ट देव का ध्यान करें और 11 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. अब नींबू को किसी सुनसान जगह पर जाकर चारों दिशा में फेंक दें और बिना पीछे देखे घर वापस आ जाए. ऐसा करने से शत्रु आपका पीछा छोड़ देगा.

10- शत्रु से पीछा छुड़ाने के लिए कृष्ण पक्ष में पड़ने वाले शनिवार या गुरुवार के दिन  एक सफेद कागज पर अपने शत्रु का नाम लिखें और नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें.

ॐ क्षौं क्षौं भैरवाय स्वाहा

108 बार इस मंत्र का जाप करने के बाद कागज को शहद की डिब्बी में रखकर शनि देव या भैरव मंदिर में जाकर जमीन में दबा दें. ऐसा करने से आपका शत्रु आपका पीछा छोड़ देगा.

11- अगर आपका शत्रु आपको बहुत परेशान कर रहा हैं तो शुक्ल पक्ष में बुधवार के दिन सात गोमती चक्र लेकर अपने ऊपर से 7 बार घुमाएं. अब इसे किसी सुनसान जगह पर जाकर फेंक दें. ऐसा करने से आपका शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा.

12- अगर आप अपने शत्रु से पीछा छुड़ाना चाहते हैं तो अपने गले में वैजयंती माला धारण करें. वैजयंती माला में गजब की वशीकरण शक्ति मौजूद होती है. इसे धारण करने से आपका शत्रु आपका मित्र बन जाएगा.

 

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